हरियाणा में दुष्यंत चौटाला का CM नायब सैनी को चैलेंज; शायराना अंदाज में सियासी पलटवार, पूर्व डिप्टी CM ने कह दी ये बड़ी बात
Haryana Dushyant Chautala Challenged CM Saini Assembly Election 2024
Dushyant Chautala on CM Saini: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। नेता एक दूसरे पर जमकर बयानबाजी कर रहे हैं। इसी बीच हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम और जेजेपी के प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला ने शायराना अंदाज में CM नायब सैनी को चैलेंज किया है।
दरअसल, दुष्यंत का सीएम सैनी पर यह सियासी पलटवार है। सैनी ने दुष्यंत चौटाला और भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधा था। जिसके जवाब में दुष्यंत चौटाला ने सीएम पर शायराना अंदाज में पलटवार करते हुए कहा- ''वाक़िफ़ हो जाओगे हरियाणा के हाल से, आप चुनाव लड़कर देखिए करनाल से।'' यानि दुष्यंत चौटाला ने सीएम सैनी को करनाल विधानसभा से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है।
हालांकि, सीएम बनने के बाद CM नायब सैनी ने जून में करनाल से ही विधानसभा का उपचुनाव जीता था। करनाल विधानसभा उपचुनाव में नायब सिंह सैनी ने सरदार तरलोचन सिंह को 41 हजार 483 मतों के अंतर से हराया था। लेकिन सैनी अब विधानसभा चुनाव कहां से लड़ेंगे। ये सभी स्पष्ट नहीं है। सीएम सैनी कहां से चुनाव लड़ सकते हैं? इस बात को लेकर काफी चर्चा हो रही है।
सीएम सैनी ने दुष्यंत और हुड्डा पर क्या कहा था?
दरअसल, सीएम सैनी बीते बुधवार को पंचकूला में एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे तो इसी दौरान उन्होंने दुष्यंत और हुड्डा पर निशाना साधा था। सीएम सैनी ने कहा था कि, भूपेंद्र हुड्डा और दुष्यंत चौटाला दोनों आपस में लड़ रहे हैं, दोनों की लड़ाई में दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, और बात तो ये है कि दोनों के घर ठीक नहीं हैं। न हुड्डा का घर ठीक और न दुष्यंत का घर ठीक। दोनों लोग अपने पेट के लिए लड़ने में लगे हैं, प्रदेश के लिए नहीं।
सीएम ने कहा था कि, एक समय ऐसा भी आयेगा जब दोनों सिर्फ बीजेपी को हराने के लिये इकट्ठे होकर एक ही पल्ली पर बैठ जाएँगे। परन्तु हरियाणा प्रदेश की जनता ने ये मन बना लिया है कि बहुत बड़ी सीटों के साथ हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी की सरकार आ रही है। हरियाणा के लोग समझदार हैं, आपने हरियाणा का इतिहास भी देखा है कि केंद्र के अंदर जो भी सरकार बनी है। हरियाणा के लोग उसके साथ चले हैं। क्योंकि हरियाणा के लोगों को इस बात के बारे में मालूम है कि हमने प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुँचना है और हरियाणा का विकास पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तेजी से हो रहा है और आगे भी होगा।
हुड्डा और दुष्यंत दोनों आपस में अपने पेट के लिए लड़ रहे हैं प्रदेश के लिए नहीं। pic.twitter.com/OBucKfVnzu
हरियाणा में 1 फेज में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग
हरियाणा में विधानसभा चुनाव एक फेज में होगा। हरियाणा में 5 सितंबर को नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। जिसमें नामांकन की लास्ट डेट 12 सितंबर होगी। वहीं चुनाव के लिए दाखिल नामांकनों की छटनी 13 सितंबर को की जाएगी। जबकि 16 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। वहीं हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 1 अक्टूबर को होगी। जबकि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का रिजल्ट एकसाथ 4 अक्टूबर को डिक्लेयर किया जाएगा।
हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी है कि, हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 90 सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं।
वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां लोग वोट डालने के लिए आएंगे।
हरियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव
हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।
किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत
2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।
लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।
इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।